कभी फुरसत से बैठ के अपने बचपन को याद कीजिए, आप अपने आप को ऐसी अवस्था में पाएंगे जहां से वापस आने का दिल नहीं करता। उन दिनों कि यादों में रेडियो/ट्रांजिस्टर का भी एक अमिट स्थान है। उन दिनों को याद करते हुए आँखे बन्द करता हूँ तो अब भी मुझे लोग अपने कानों पर बड़ा-सा ट्रांजिस्टर लगाए क्रिकेट का सीधा प्रसारण सुनते हुए दिखते हैं। उन दिनों जब कोई क्रिकेट का स्कोर पूछता था तो हम लोग कहा करते थे: "ALL OUT FOR NO LOSS"। उन दिनों (1984-85 में टेलिविज़न आने के पहले तक) मनोरंजन के लिए खेल-कूद और अंताक्क्षरी के अलावा फिल्में और रेडियो ही हुआ करते थे। "ये आकाशवाणी है, अब आप *** से समाचार सुनिए", "आइए सुनते हैं फरमाइशी फिल्म संगीत", "इस गाने कि फरमाइश झुमरीतलैया से *** और उनके साथियों ने की है" ऐसी कई वाक्य हैं जो मात्र वाक्य न हो कर पूरी कहानी हैं। जैसे फरमाइशी फिल्म संगीत कार्यक्रमों में मात्र पत्र लिख कर झुमरीतलैया वालों नें इस स्थान को अमिट पहचान दे दिया।
उन दिनों एक और चर्चित नाम था "आमीन सायानी"। क्या आप उस आवाज़ को भून सकते हैं? उस जादुई आवाज़ में हर सप्ताह प्रसारित होने वाला फिल्म गीत पर आधारित कार्यक्रम "बिनाका गीत माला" एक कभी न भुलने वाला कार्यक्रम था। मैं यहाँ पर उस कार्यक्रम के वार्षिक सरताज गानों कि एक फेहरिस्त प्रस्तुत कर रहा हूँ।
Year | Song | Film | Music | Lyricist | Singer(s) |
1953 | Ye Zindagi Ussi Ki Hai | Anaarkali | C. | Rajendra Krishna | Lata Mangeshkar |
1954 | Jaaye Toh Jaaye Kaha | Taxi Driver | S D Burman | Sahir Ludhianvi | Talat Mahmood, Lata Mangeshkar |
1955 | Mera Joota Hai Japani | Shri 420 | Shankar Jaikishan | Shailendra | Mukesh |
1956 | E Dil Hai Mushkil Jeena Yaha | CID | O P Naiyyar | Majrooh Sultanpuri | Mohd. Rafi, Geeta Dutt |
1957 | Zara Saamne Toh Aao Chhaliye | Janam Janam Ke Phere | S N Tripathi | Bharat Vyas | Mohd. Rafi, Lata Mangeshkar |
1958 | Hai Apna Dil Toh Awara | Solwah Saal | S D Burman | Majrooh Sultanpuri | Hemant Kumar |
1959 | Haal Kaisa Hai Janaab Ka | Chalti Ka Naam Gadi | S D Burman | Majrooh Sultanpuri | Kishore Kumar, Asha |
1960 | Zindagi Bhar Nai Bhoolegi Wo | Barsaat Ki Raat | Roshan | Sahir Ludhianvi | Mohd. Rafi, Lata Mangeshkar |
1961 | Teri Pyaari Pyaari Surat Ko | Sasuraal | Shankar Jaikishan | Hasrat Jaipuri | Mohd. Rafi |
1962 | Ehsaan tera hoga mujhpar | Jungli | Shankar Jaikishan | Hasrat Jaipuri | Mohd. Rafi, Lata Mangeshkar |
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